एक प्यारा सा जोड़ा था ,
दोनों ने तिल तिल ,
आपस में प्यार था जोड़ा ,
इस जोड़े हुए प्यार से उनकी ,
हयाते-राह खुशगवार हुई ,
जोड़ा जोड़ने की ,
ख्वाहिश लिए ,
खुद को दुनिया से,
रिश्ते तमाम जोड़ता गया ,
हयाते-राह एक भूल हुई ,
दोनों ने प्यार के इस जोड़ में ,
अपने अपने हिस्से का प्यार ,
बराबर न जोड़ा ,
प्यार का जोड़ गलत हुआ ,
जोड़ा जोड़ में उलझ गया ,
जोड़ जोड़ खुल गया ,
प्यार तितर बितर हो गया ,
जोड़ा जड़वत हो गया ।
"प्यार में हिसाब कैसा ..प्यार तो बे-हिसाब होना चाहिए "
"प्यार में हिसाब कैसा ..प्यार तो बे-हिसाब होना चाहिए "
.............. अमित श्रीवास्तव
प्यार में हिसाब किताब कैसा ...........प्यार तो बेहिसाब होना चाहिए , इस वैलेंटाइने मौसम में बडे ही मार्के की बात बता डाली है आपने ....
ReplyDeletebahut achcha likhe.....
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