Saturday, February 8, 2014

अमित श्रीवास्तव ......" कहानी .......एक जोड़े की "


एक प्यारा सा जोड़ा था ,
दोनों ने तिल तिल ,
आपस में प्यार था जोड़ा ,
इस जोड़े हुए प्यार से उनकी ,
हयाते-राह खुशगवार हुई ,

जोड़ा जोड़ने की ,
ख्वाहिश लिए ,
खुद को दुनिया से,
रिश्ते तमाम जोड़ता गया  ,

हयाते-राह एक भूल हुई ,
दोनों ने प्यार के इस जोड़ में ,
अपने अपने हिस्से का प्यार ,
बराबर न जोड़ा ,

प्यार का जोड़ गलत हुआ ,
जोड़ा जोड़ में उलझ गया ,
जोड़ जोड़ खुल गया ,
प्यार तितर बितर हो गया ,
जोड़ा जड़वत हो गया । 

                              "प्यार में हिसाब कैसा ..प्यार तो बे-हिसाब होना चाहिए "
                                                                                        ..............  अमित श्रीवास्तव 

2 comments:

  1. प्यार में हिसाब किताब कैसा ...........प्यार तो बेहिसाब होना चाहिए , इस वैलेंटाइने मौसम में बडे ही मार्के की बात बता डाली है आपने ....

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